अच्छी नींद और स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है एक सही तकिया, अपने लिए सही तकिया कैसे चुनें?

एक औसत इंसान दिन में 8 घंटे सोता है। गणना करने पर एक वर्ष में लगभग 2920 घंटे। साल का एक तिहाई! तो फिर आराम और आनंद से क्यों न सोया जाए?

अच्छी नींद हमारे मूड, याददाश्त और सीखने की क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करती है। यह तनाव और चिंता को कम करने में भी मदद करती है।। अच्छी नींद बहुत मायने रखती है…

इसी तरह, आप जिस तकिये पर सोते हैं वह भी मायने रखता है!
अगर आप सही कुशन या तकिये पर नहीं सो रहे हैं तो इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। कैसे पहचानें कि आप सही तकिये पर सो रहे हैं या नहीं?

क्या आपको भी इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है? एक छोटी सी लापरवाही जिसके बारे मे हम कभी सोंचते तक नहीं और जरूरी बदलाव करने की जगह उसका कोई और इलाज ढूँढने लगते हैं। यकीन रखिए आप इस लेख मे बहुत कुछ समझ जाएंगे।

सही तकिये पर नहीं सोने से होने वाली प्रमुख स्वास्थ्य समस्याएँ।

गर्दन में दर्द और सिरदर्द:

जब आप सीधे होते हैं तो आपकी गर्दन और सिर के बीच का मोड़ आपके सिर के वजन को संतुलित करता है। अपनी गर्दन पर अनावश्यक दबाव से बचने के लिए सोते समय उस कर्व (घुमाव) को बनाए रखना अनिवार्य है। अगर आपके गर्दन को सही कर्व नहीं मिलता है तब आप नींद मे बार-बार करवट बदलते है, जिससे आपके गर्दन की मांसपेशियाँ तनावग्रस्त हो जाती हैं, और उन्हें पर्याप्त आराम नहीं मिलता है। आपको लगता है की आपने अपनी नींद पूरी कर ली मगर आपके शरीर के कुछ हिस्सों को बिलकुल आराम नहीं मिला। गर्दन पर पड़ने वाला दबाव सिरदर्द का एक बड़ा कारण है ।

कंधे का दर्द:

यह हमारे सोने की ख़राब मुद्रा और अधूरी नींद का एक सामान्य लक्षण है। सोते समय तकिये की कमी या तकिए की सही ऊंचाई नहीं होने के कारण कंधे की हड्डी (shoulder blades), जिसे स्कैपुला भी कहा जाता है के बीच दर्द होता है।

पीठ दर्द:

जब आपका तकिया आपकी गर्दन को सहारा देने में सक्षम नहीं होता है, तो इससे पीठ मे दर्द होता है। सोते समय आपके शरीर का प्राकृतिक घुमाव (कर्व) बनाए रखना आवश्यक है। यदि आपके शरीर को सोते समय सही घुमाव (curve) बनाए रखने मे दिक्कत हो रही है तब इससे पीठ के निचले हिस्से मे दर्द होता है।

बेचैनी या ख़राब नींद:

तकिये की खराब बनावट, उसकी क्वालिटी और उसके अंदर भरा हुआ खराब मेटेरियल आपको असुविधाजनक लगेगा और इससे आपको नींद की कमी भी हो सकती है। अतः एक अच्छी और आरामदायक तकिया का इस्तेमाल करना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है। एक अच्छी तकिया हमारे सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखती है और हमें अच्छी नींद लेने में मदद करती है। अगर हमारी तकिया बहुत नरम या बहुत पतली है तो इससे हमें तकलीफ हो सकती है और हमें अच्छी नींद नहीं आ पाएगी। इससे हमारा मूड, उत्पादकता आदि भी प्रभावित हो सकते हैं।

इसलिए, यह बहुत ज़रूरी है कि हम एक ऐसी तकिया का इस्तेमाल करें जो हमारे लिए सही हो और हमें एक अच्छी और आरामदायक नींद लेने में मदद करे।

पाचन संबंधी समस्याएं:

जो लोग अपनी पीठ के बल सोते हैं, उन्हें एसिड रिफ्लक्स की समस्या होने का खतरा अधिक होता है। एसिड रिफ्लक्स एक ऐसी स्थिति है जिसमें पेट का एसिड वापस गले में आ जाता है। इससे खांसी, घुटन, सीने में जलन और अन्य लक्षण हो सकते हैं। इसका एक प्रमुख कारण उनकी तकिया का बहुत पतला होना है, जिससे सोते समय उनके पाचन तंत्र और गले के बीच सही ऊंचाई बनी नहीं रह पाती है।

अगर आप अपनी पीठ के बल सोते हैं और आपको एसिड रिफ्लक्स की समस्या है, तो यह ज़रूरी है कि आप एक ऐसी तकिया का इस्तेमाल करें जो आपके सिर और गर्दन को थोड़ा ऊंचा रखे। इससे पाचन तंत्र और गले के बीच ऊंचाई बनी रहेगी और एसिड रिफ्लक्स की समस्या को कम करने में मदद मिलेगी।

सांस संबंधी समस्याएं:

एक अच्छी और आरामदायक तकिया का इस्तेमाल करना हमारे लिए बहुत ज़रूरी है। एक गलत तकिया हमारे सिर और गर्दन को सही स्थिति में नहीं रख पाएगी, जिससे हमें खर्राटे लेने, कुछ समय के लिए सांस रुकने और फिर हांफने की समस्या हो सकती है। इससे हमारी नींद में खलल पड़ेगा और हमें अच्छी नींद भी नहीं आएगी।

तो फिर समय आ गया है कि आप अपना तकिया बदल लें।

सही तकिया चुनें अपने सोने के तरीके के अनुसार:

पीठ के बल सोने वाले:

पीठ के बल सोने की स्थिति सबसे अच्छी होती है क्योंकि इससे हमारी रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है। पीठ के बल सोते समय हमें एक ऐसी तकिया का इस्तेमाल करना चाहिए जिसकी ऊँचाई 4-6 इंच हो। इस ऊँचाई की तकिया हमारे सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखेगी और हमें अच्छी नींद लेने में मदद करेगी।

सर्वाइकल तकिया या गोल तकिया (Cervical pillow or neck roll pillow) गर्दन के दर्द से राहत पाने और अच्छी नींद लेने में मदद करने के लिए सबसे अच्छी तकिया होती है। ये तकिए हमारी गर्दन को सही स्थिति में रखती हैं और गर्दन की मांसपेशियों को आराम देती हैं।

करवट के बल सोने वाले (Side Sleepers):

साइड स्लीपरों को एक ऐसी तकिया का इस्तेमाल करना चाहिए जिसकी ऊँचाई 5-7 इंच हो। इस ऊँचाई की तकिया उनके सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखेगी और उनके कंधे और गर्दन के बीच की जगह को बनाए रखने में मदद करेगी।

मेमोरी फोम तकिए साइड स्लीपरों के लिए सबसे अच्छी तकिया होती हैं क्योंकि ये तकिए उनके सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखती हैं और उनकी गर्दन की मांसपेशियों को आराम देती हैं।

पेट के बल सोने वाले:

पेट के बल सोने वालों को एक ऐसी तकिया का इस्तेमाल करना चाहिए जिसकी ऊँचाई 4 इंच या उससे कम हो। इस ऊँचाई की तकिया उनके सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखेगी और उन्हें आराम प्रदान करेगी।

यदि आप पेट पर सोते हैं और आपको खर्राटे लेने या स्लीप एपनिया की समस्या है, तो आपको 4 इंच या उससे कम ऊँचाई वाली सपाट तकिया का इस्तेमाल करने पर विचार करना चाहिए। यह तकिया आपको आराम प्रदान कर सकती है और खर्राटे और स्लीप एपनिया को कुछ हद तक कम करने में मदद कर सकती है।

बार-बार करवट बदल कर सोने वाले:

यदि आप सोने के दौरान किसी एक मुद्रा मे नहीं रहते हैं और करवट बदलते रहते हैं, तो आपको एक ऐसे तकिया का इस्तेमाल करना चाहिए जो खुद को आपकी मुद्रा के अनुसार एडजस्ट कर ले । एक एड्जस्टेबल तकिया आपके करवट बदलते ही अपना शेप (ऊंचाई) बदल लेगा।

बांस के तकिए (Bamboo Pillow) और मेमोरी फोम के बारीक टुकड़ों से भरे हुए तकिए (Shredded memory foam pillow) एड्जस्टेबल तकिया के लिए अच्छे विकल्प हैं क्योंकि ये तकिए हल्के और हवादार होते हैं। साथ ही, ये तकिए आपके सिर और गर्दन को सही स्थिति में रखने में मदद करती हैं।

किसी ऐसी जगह सोना जहाँ सिर का झुकाव नीचे हो जैसे सोफा पर सो जाना।

यदि आप अपने सोफे पर या कोई भी ऐसी जगह पर सोते हैं जहाँ सिर शरीर से नीचे झुका रहता है, तो आपको एक एड्जस्टेबल वेज-आकार के तकिया (Wedge-Shaped Pillow) का इस्तेमाल करना चाहिए। इससे आप अपनी पीठ को सीधा रख पाएंगे और आपकी रीढ़ की हड्डी को सहारा मिलेगा।

इसीलिए सोने से पहले अपने तकिये की जांच कर लें और अच्छी नींद लें।

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